संग में अपने खुशियाँ लाया होली का त्यौहार
बढ़- चढ़ कर हम आगे आएं बांटे सबको प्यार
रंग गुलाबी, नीले , पीले देते हैं संदेशा
इक दूजे के संग में जोड़ो अपने दिल के तार
फागुन ऋत में उपवन महकें और मुसाकएं कलियाँ
भीनी -भीनी खुशबू महके झूमें देखो खार
खूब मिठाई सब जन खाते ,पकते घर पकवान
ढोल-नगारे बजते सजनो नाचें मिल कर यार
"आज़र"अपने हाथ उठा कर कुदरत से हम मांगे
हरा-भरा -सा बना रहे यह सुंदर -सा संसार
फागुन ऋत में उपवन महकें और मुसाकएं कलियाँ
ReplyDeleteभीनी -भीनी खुशबू महके झूमें देखो खार
BOhot badiya!!!
aapke blog par aa kar
ReplyDeletemn ko bahut sukoon haasil huaa
gazaloN meiN
umdaa ash`aar kehne par
mubarakbaad qubool farmaaeiN .
विशाल जी व दानिश जी आपका तहे दिल से शुक्रिया !
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